धंधा तो
धंधा है
थोड़ा चेक
बाकी कैश में
मित्रों को
प्रेम बहुत है
लेकिन अपने
देश से
दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का
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