Friday, January 8, 2021

राह

राह पर थम
और को 
राह दिखाता रहा
मैं राह पाता रहा
और राह पाता रहा

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दस्तक

दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का