एक दिन तुम
एक गुम्बद पर चढ़े थे
और तुम पर चढ़ा था
भूत का भूत
एक गुम्बद पर चढ़े थे
और तुम पर चढ़ा था
भूत का भूत
तुमने गिराया था
उस गुम्बद को
और उस भूत ने तुम्हारे
भविष्य के भविष्य को
उस गुम्बद को
और उस भूत ने तुम्हारे
भविष्य के भविष्य को
अब सिंहासन पर
भूत बैठा है और
भविष्य की लाश
तैर रही है गंगा में
भूत बैठा है और
भविष्य की लाश
तैर रही है गंगा में