अपने से बढ़कर दुख़दायी अपने का दुख
अपने की आँख रोती है और अपनी रूह
Monday, September 21, 2015
Sunday, September 20, 2015
Friday, September 18, 2015
सत्य
(१)
कुछ लगाते सत की बोली
कुछ की होती सत की बोली
(२)
जो बिके वो सत नहीं
सत की तो कीमत नहीं
(३)
झूठ फड़फड़ाता रहेगा, पल का दो मेहमान है
दृढ है शाश्वत औ निरंतर,सत्य ही बलवान है
कुछ लगाते सत की बोली
कुछ की होती सत की बोली
(२)
जो बिके वो सत नहीं
सत की तो कीमत नहीं
(३)
झूठ फड़फड़ाता रहेगा, पल का दो मेहमान है
दृढ है शाश्वत औ निरंतर,सत्य ही बलवान है
Sunday, September 6, 2015
Friday, September 4, 2015
सम भाव
खोदो कब्र रहीम की
ख़ाक करो रसखान
राम श्याम क्यों भज रहे
धृष्ट दोउ मुसलमान
#MMBasheerCantWriteOnValmikiRamayana
ख़ाक करो रसखान
राम श्याम क्यों भज रहे
धृष्ट दोउ मुसलमान
#MMBasheerCantWriteOnValmikiRamayana
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दस्तक
दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का
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क्यों है हक़ गौतम ऋषि को क्यों मुझे अभिशाप दें क्यों इन्द्र को सब देव पूजें क्यों मेरा अपमान हो क्यों तकूँ मैं राह रघु की क्यों मेरा ...
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खुदा ने पूछा मैं कौन "मैं" ने व्याख्या दी शास्त्र की, तर्क दिए विज्ञान के और खुदा हँसने लगा खुदा ने पूछा मैं कौन मैं शांत रहा ...
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तेरी कुर्बानी का रहेगा एहसान, ऐ दोस्त मैंने खोई कुछ ही दौलत, पर तूने यारी