Friday, September 4, 2015

सम भाव

खोदो कब्र रहीम की
ख़ाक करो रसखान
राम श्याम क्यों भज रहे
धृष्ट दोउ मुसलमान

‪#‎MMBasheerCantWriteOnValmikiRamayana

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दस्तक

दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का