Friday, February 13, 2015

ईमान

#१
तेरी उम्मीद मैं हिम्मत करूँ "सच" बोल दूँ
मेरी दुआ तुझे हिम्मत मिले सच जान ले

#२
झूठ ही कहते सभी झूठी जबाँ है
कान भी ईमान के कायल कहाँ हैं

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दस्तक

दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का