Sunday, September 10, 2023

वापसी

घर
लौट रहा हूँ
मैं 

साथ लौट रहे हैं
सम्राट अशोक
धनुर्वीर अर्जुन
और 
बाल नचिकेत

बह रही है यहॉँ
शांति
शांत मुख से
बुद्ध
कृष्ण
और
यमदेव के

घट रहा है
मैं मुझ से
और 
बढ़ रहा हूँ
मैं 


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दस्तक

दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का