#१
नसीब हुई है गुमनामी, खो कर कितना कुछ
बड़ा सुकून है यहाँ, तू मेरा नाम न पूछ
#२
वो दरिया, किनारा, है पानी वही
मैं जरिया, मेरी बस कहानी यही
#३
जानता हूँ मैं, वह जी रही है मुझे
जानती है वह भी, मैं हूँ तो वह है
#४
एक पहेली रही जिंदगी, जिंदगी भर
जी लिया एक पल, अब मैं ही जिंदगी हूँ
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