नग्नराज पोशाक पर, भगत रहे बौराय
व्हाट्सऐप के दौर में, शीसा कौन दिखाय
शीसा कौन दिखाय, करे नग्न नगन मा फर्क
अच्छे दिन की भंग है, चढ़ै सो बेड़ा गर्क
Thursday, May 31, 2018
Friday, May 18, 2018
भक्त
तेरे भगवान से शिकायत नहीं
पर तेरी भक्ति पर है एतराज़
जुमला फरेब है उसका स्वार्थ
क्यों तुझे अपने लुटने पर नाज़
पर तेरी भक्ति पर है एतराज़
जुमला फरेब है उसका स्वार्थ
क्यों तुझे अपने लुटने पर नाज़
Tuesday, May 15, 2018
कातिल
(१)
तू मेरी पीठ में गड़े ये खंजर न देख
देख मैं अपना कातिल खुद चुनता हूँ
(२)
तू मेरे खुदा को दोष न दे
मैं खुश हूँ अपने लुट जाने पर
तू मेरी पीठ में गड़े ये खंजर न देख
देख मैं अपना कातिल खुद चुनता हूँ
(२)
तू मेरे खुदा को दोष न दे
मैं खुश हूँ अपने लुट जाने पर
Sunday, May 13, 2018
Thursday, May 3, 2018
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दस्तक
दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का
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क्यों है हक़ गौतम ऋषि को क्यों मुझे अभिशाप दें क्यों इन्द्र को सब देव पूजें क्यों मेरा अपमान हो क्यों तकूँ मैं राह रघु की क्यों मेरा ...
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खुदा ने पूछा मैं कौन "मैं" ने व्याख्या दी शास्त्र की, तर्क दिए विज्ञान के और खुदा हँसने लगा खुदा ने पूछा मैं कौन मैं शांत रहा ...
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तिनके को थाम कर पूरे यत्न से प्रयत्न करता रहा और डूबता रहा मैं तिनके के छूटते ही बिन यत्न बिन प्रयत्न बह रहा हूँ मैं