Wednesday, September 14, 2016

चेहरे

गुम हो चुका हूँ
अपने ही चेहरों में
आईना भी कहता है
अब मैं मैं नहीं हूँ

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दस्तक

दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का