Monday, April 21, 2014

तेरा रब मेरा रब

#1

पहले पहली साँस से, क्या था धर्म मेरा
बाद आखिरी साँस के, क्या होगा मज़हब तेरा

#2
तज रोष द्वेष आवेश समझ
जो तेरा रब सो ही मेरा रब

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दस्तक

दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का