Wednesday, April 29, 2020

खुदा

वह जो
दब गया है
बोझ तले
अहम् के

बचा लो
निकाल लो
उसे
वही खुदा है


दस्तक

दस्तक देता रहता है कि सुन सके अपनी ही दस्तक "मैं" मैं को शक है अपने होने पर मैं को भय है अपने न होने का